Mind control techniques
Nature of Mind
हमारा मन Mind हमे बहुत कुछ कहता रहता है। इस मन को संभालते ही हमारा दिन का आधा समय बित जाता है। मन Mind क्या नहीं कहता, ये सबकुछ कहता रहता है। ये कभी हमें असंभव को संभव करना सिखाता है तो कभी कुछ करने से पहले ही घबराता है।
सच में मन Mind एक ईश्वर की दियी हुई ऐसी देन है जो सामान्य इंसान के कभी काबू में नहीं आई। मन ही सबकुछ सही करवाता है और मन ही सबकुछ खराब करवाता है।
कभी कभी तो मन हमारे कहने से बिल्कुल उल्टा करता है। हम करना कुछ अलग चाहते है और मन कुछ अलग ही करता है। और मन की इसी पागलपंती मे हम कई बार खो जाते है।
The Power of Mind
जिसका मन Mind काबू में होता है उसके लिए सबकुछ आसान हो जाता है ऐसा सभी कहते है। और ये बिल्कुल सही है। पूर्व काल में ऋषिमुनी ध्यान लगाकर आराधना कर के अपना मन अपने काबू में कर लेते थे, इसीलिए उनको हर वो चीज मिलती थी जिसकी उन्हें सच्चे दिल से चाहत होती थी।
पर आज के जमाने में ये इतना आसान नहीं रहा। इसकी वजह ये है कि आज कल इंसान की चाहत कम नहीं होती वो बढ़ती ही जाती हैं। इंसान को खाली समय ही नहीं मिल रहा हैं। वो बहुत व्यस्त है उसके तनावपूर्ण जीवन में। उसका अपने मन की तरफ ध्यान ही नहीं जाता।
वो सिर्फ भाग रहा है अपने झुटे मकसद के पिछे। उसको ये भी नहीं समझ आ रहा है कि वो जिस चाहत के लिए इधर उधर भटक रहा है उसका उपाय उसके भीतर ही छुपा हुआ है सिर्फ उसको उसे पहचानना बाकी है। थोड़ी कोशिश के पश्चात वो उसको मिलना तय है।
Hope towards our Mind
हम अक्सर उसी की चाहत रखते है जो हमें मिलना लगबग नामुमकिन होता है पर हम जब सच्चे दिल से चाहत रखते है किसी चीज की तो हमें वो मिल जाती है। सिर्फ हमें उसकी तरफ हार्डवर्क करना जरूरी होता है।
ऐसे ही घर में बैठे हुए, कुछ काम ना करके हमें कुछ भी नहीं मिलेगा। हमें उसकी और पूरी कोशिश करनी होगी अपना पूरा ध्यान उसपर लगाना होगा तभी हमें हमारी मंजिल मिल जाएगी। तभी हम अपने मुकाम पर पहुंच जाएंगे।
हमे अपने मन की तरफ ध्यान देने की भी जरूरत होती है। मन की हमे सुननी चाहिए ये बात तो बिल्कुल सही है पर कितनी सुननी चाहिए ये सरासर अपने ऊपर निर्भर करता है। हमे मन की उतनी ही सुननी चाहिए जितनी हमे जरूरत है। और इस बात को आपने ध्यान मे रखा तो आप अपने जिंदगी मे कामयाब जरूर हो जाओगे।
तो दोस्तो याद रखना इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं होता सिर्फ हमारे सोचने का तरीका अलग होता है। आप अपने मन को समझाओ, उसको संभाल लो, उसको क्या चाहिए क्या नहीं उसकी तरफ ध्यान दो। उसे सही क्या गलत क्या ये बता दो। अपने मन को आप ही समझ सकते हो कोई और नहीं इसीलिए अपने मन Mind का हमेशा खयाल रखो।